Articles: पुष्य नक्षत्र को बेहद शुभ माना जाता है, कहते हैं इस दौरान किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है, चलिए आपको बताते हैं हिन्दू नववर्ष में दीपावली तक कब-कब रहेगा पुष्य नक्षत्र, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भारत के प्राचीन ऋषि मुनि भी पुष्य नक्षत्र को बेहद पूजनीय मानते थे, इसलिए इस नक्षत्र को अमरेज्य भी कहा जाता था, यानी देवताओं के द्वारा पूजे जाने वाला नक्षत्र, पुष्य का शाब्दिक अर्थ होता है उर्जा व शक्ति देने वाला, यंहा यह भी जानना जरुरी हैं की सत्ताइस नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र का स्थान आठवां होता है, इस नक्षत्र का स्वामी शनि ग्रह माना गया है, भारतीय ज्योतिष शास्त्र और धर्म ग्रंथों में पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा कहा गया है, जानिये हिन्दू नववर्ष में दीपावली तक पुष्य नक्षत्र कब-कब पड़ रहा है।
पुष्य नक्षत्र तिथियां | प्रारंभ समय | अन्त समय |
रविवार 6 अप्रैल 2025 | प्रात: 05:32 से | 7 अप्रैल प्रातः 06:25 बजे तक |
शनिवार 3 मई 2025 | दोपहर 12:34 से | 4 मई दोपहर 12:53 बजे तक |
शुक्रवार 30 मई 2025 | रात्रि 09:29 से | 31 मई रात्रि 09:07 बजे तक |
शुक्रवार 27 जून 2025 | प्रातः 07:22 से | 28 जून प्रातः 06:35 बजे तक |
गुरुवार 24 जुलाई 2025 | दोपहर 04:43 से | 25 जुलाई दोपहर 04:00 बजे तक |
गुरुवार 21 अगस्त 2025 | दोपहर 12:27 से | 22 अगस्त दोपहर 12:08 बजे तक |
बुधवार 17 सितंबर 2025 | प्रातः 06:26 से | 18 सितम्बर 06:32 बजे तक |
मंगलवार 14 अक्टूबर 2025 | प्रातः 11:54 से | 15 अक्टूबर दोपहर 12:00 बजे तक |
साभार: सोशल मीडिया