वसुनीत शर्मा की ट्रेन में कार्डियक अरेस्ट से मौत,
उनकी आंखों से दो दृष्टिहीन देखेंगे दुनियाँ,
अप्रैल में वसुनीत की थी शादी,
नेत्रदान किये गये,
साभार: दैनिक भास्कर हेल्थ रिपोर्टर जोधपुर…,
जिंदगी का कोई भरोसा नहीं,
पता नहीं कब जीवन की अंतिम शाम आ जाए,
इंसान कब मौत के आगोश में चला जाए,
ऐसा ही हादसा हुआ जोधपुर निवासी एक युवक के साथ, जिनकी अप्रैल में शादी तय थी…,
आशापूर्णा सिटी पाल रोड जोधपुर (अजमेर) निवासी सिखवाल ब्राह्मण समाज बंधु वसुनीत शर्मा (30) पुत्र सर्वेश शर्मा एवं डॉ. दीपशिखा शर्मा का ह्रदयघात से आकस्मिक निधन हो गया, वे अहमदाबाद से जोधपुर आ रहे थे, अप्रैल में उनका विवाह होने वाला था…!
वसुनीत कि मंगेतर मोनिका ने बताया कि वह रात्रि ढाई बजे तक जाग रहे थे, ट्रेन के जोधपुर पहुंचने पर नहीं जागने पर तुरंत महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया, जँहा कार्डियक अरेस्ट की वजह से मृत घोषित कर दिए गए, मोनिका के मोटिवेशन पर आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान जोधपुर चैप्टर के राजेश सिंघवी के साथ टेक्नीशियन मैना व्यास ने मोर्चरी से दिवंगत के दोनों नेत्रों से कॉर्निया प्राप्त किया, ये जानकारी आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान के राजेंद्र जैन ने दी…!
सिखवाल समाचार परिवार की और से दिवंगत वासुनीत शर्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि एवँ हम परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कृतज्ञता पूर्वक आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने ऐसी विकट घड़ी में अपने विवेक तथा संयम से काम लेते हुए वासुनीत के नेत्रदान करवा कर समाज को एक संदेश दिया हैं…!
“यह प्रत्येक समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वो यथासंभव विकट परिस्थितियों में संयम से काम लेकर अपने दिवंगत परिजनों कि आँखें दान करने का संकल्प लें और जरूरतमंद लोगों के जीवन में रोशनी लाएँ, आइए हम सभी मिलकर अपने समाज से कॉर्नियल अंधेपन को खत्म करने के लिए काम करें ।”
नेत्रदान, महादान है, आपके न होने पर भी आपकी आँखें किसी के जीवन को सुगम, सुखद बनाने के साथ पूर्णता प्रदान करेंगी, आइये हम सभी नेत्र विकार और दृष्टिहीनता से जूझ रहे अपने भाई-बहनों के जीवन में उजियारा लाने का संकल्प लें।