रामायण और पुराणों के मुताबिक त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जन्म तीर्थराज प्रयाग में गंगा तट स्थित श्रृंगवेरपुर धाम की वजह से ही हुआ था, संतान प्राप्ति की खातिर राजा दशरथ ने श्रृंगवेरपुर में ही श्रृंगी ऋष्य से पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था…!
श्रृंगवेरपुर में हुए इस पुत्रेष्टि यज्ञ की वजह से ही राजा दशरथ के यहां ब्रह्म रूपी भगवान श्री राम सहित चार पुत्रों का जन्म हुआ था, भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण जब वनवास के लिए अयोध्या से निकले थे तब माता शांता व श्रृंगी ऋष्य के आश्रम में रात्रि प्रवास किया था…!
अगले दिन उन्हें निषादराज गुह ने गंगा पार कराया था, श्री राम वनगमन पथ में स्थित प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम का योगी सरकार कायाकल्प कर रही है, श्रृंगवेरपुर धाम के कायाकल्प का कार्य तेजी से चल रहा है, प्रदेश के धार्मिक और पौराणिक स्थलों को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार द्वारा यहाँ धार्मिक एवं पर्यटन विकास कार्य कराये जा रहे हैं…!
श्रृंगवेरपुर के रामघाट मार्ग पर भव्य निषादराज गुह्य सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, यहाँ एक ऑटोडोरियम तथा राम कथा गैलरी का निर्माण भी हो रहा है, इसके अलावा यँहा संध्या घाट व टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर भी स्थापित किये जा रहे हैं…!
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