Thursday, June 19, 2025
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श्रृंगी ऋष्य सहित सप्त ऋषियों की मूर्तियाँ खुले आसमान के नीचे बदहाल स्थिति में …,

श्रृंगी ऋष्य सहित सप्त ऋषियों की मूर्तियाँ खुले आसमान के नीचे बदहाल स्थिति में …,

राज्य छत्तीसगढ़ जिला धमतरी से 80 किलोमीटर दूर नगरी तहसील में सिहावा ग्राम पंचायत में महेंद्र गिरी पर्वत पर श्री राम वन गमन पथ विकास योजना को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 9 करोड़ 61 लाख रुपए खर्च करके क्रियान्वित करवाया गया, जिसके तहत यज्ञशाला निर्माण, एप्रोच रोड, ओवरहेड वॉटर टैंक, कॉटेज निर्माण, सप्त ऋष्य मूर्ति युक्त वाटिका निर्माण इत्यादि कार्य किए गए तथा कुछ कार्य अभी भी किया जाना शेष है …!

देखरेख के अभाव में अधिकांश पेड़ पौधे मर चुके हैं, सप्त ऋष्य: अगस्त्य ऋषि, श्रृंगी ऋष्य, गौतम ऋषि, मचकुंद ऋषि, कांकेर ऋषि, सरभंग ऋषि तथा अंगिरा ऋषि की मूर्तियाँ अधूरी तथा खुले में ही पड़ी हुई है जो सरकार की उदासीनता की शिकार हो रही है, यह ब्रह्म ऋषियों का अपमान है, छत्तीसगढ़ सरकार को तत्काल संज्ञान लेकर अधूरी पड़ी सप्त ऋष्य वाटिका को पूर्ण करवा कर श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करना चाहिए …!

राम वन गमन पथ योजना के उद्घाटन के पश्चात यहां पर्यटक आ रहे हैं, परंतु मौके पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद अधूरे पड़े कार्यो को देखकर मायूसी से लौट रहे हैं …!

बंद पड़ी है शांता गुफा:-

सिहावा पर्वत जिला धमतरी में पहाड़ की चोटी पर श्रृंगी ऋष्य आश्रम बना हुआ है, छत्तीसगढ़ तथा उड़ीसा की जीवन रेखा महानदी का उद्गम स्थल भी यही आश्रम है, इस आश्रम से थोड़ी दूरी पर प्रभु श्री राम की बड़ी बहन शांता की तपस्थली शांता गुफा वर्तमान में अव्यवस्था का शिकार होकर बंद पड़ी है, इसे विकसित करने का कोई प्रयास नहीं हुआ है, आसपास भालू तथा तेंदुए डेरा डाले हुए रहते हैं …!

वनवास काल में प्रभु श्री रामजी, श्री लक्ष्मणजी तथा माता सीताजी इस आश्रम में लंबी अवधि तक ठहरे थे, रामजी द्वारा सप्त ऋषियों से मार्गदर्शन तथा आशीर्वाद प्राप्त किया था …!

पौराणिक काल से ही श्रृंगी ऋष्य आश्रम सहित अन्य सप्त ऋषियों के अलग से आश्रम विकसित किए हुए हैं, जो इसी पर्वत पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर अवस्थित है का जरूर विकास हुआ है, सीढ़ियाँ तथा प्रवेश द्वार, रेलिंग, वृक्षारोपण आदि का प्रशंसनीय कार्य किया गया है, आश्रम स्थल का सौंदर्य करण भी किया गया है …!

सिहावा पर्वत की इस तपोस्थली पर भाग्यशाली श्रद्धालु बंधु-मेड़ता निवासी श्री श्यामजी, श्री महेशजी, श्री सुनीलजी तथा भीलवाड़ा निवासी श्री मोडीरामजी एवं भरक निवासी श्री चारभाई टाइम्स संपादक श्री रतनलालजी आदि के साथ मुझे भी इस स्थान पर उपस्थित होने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ था …!

शिवराज शर्मा, मोटरास
ऋषि श्रृंग एक खोज अभियान के तहत (रजिस्टर्ड ट्रस्ट)
मोबाइल नंबर 96729 86186

#ऋष्यश्रृंगएकखोज RISHI SHRING EK KHOJ

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