!! 🚩श्रुतम्-1566🚩 !!
युगाब्द ५१२६ वि.सं २०८१ फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष सप्तमी गुरुवार 20 फरवरी 2025 आज का दिन आप सभी के लिए सुखमय मंगलमय हो…!🕉
भारत की महान् सांस्कृतिक परंपराएं एवं विरासत – 26
भारत में अखाड़ों का इतिहास और संरचना – 8
12. निर्मल पंचायती अखाड़ाः इस अखाड़े का मानना है कि इसकी स्थापना 1784 ई. में हुई थी, इसकी स्थापना श्री दुर्गासिंह महाराज ने हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान एक बड़ी सभा में विचार-विमर्श के बाद की थी, इनका पवित्र ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब है, इसमें बड़ी संख्या में संप्रदाय के साधु, महंत और महामंडलेश्वर शामिल हैं, इसकी शाखाएँ प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और त्र्यंबकेश्वर में हैं…!

13. निर्मोही अखाड़ाः इसकी स्थापना 1720 ई. में रामानंदाचार्य ने की थी, इस अखाड़े के मठ और मंदिर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और बिहार में हैं, पहले इसके अनुयायियों को तीरंदाजी और तलवारबाजी भी सिखाई जाती थी…!

14. किन्नर अखाड़ाः यह अखाड़ा भारत का एक अनूठा धार्मिक और सामाजिक संगठन है, जिसकी स्थापना ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने के लिए की गई है, इसकी स्थापना सन् 2015 में आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने की थी, किन्नर अखाड़ा न केवल ट्रांसजेंडर समुदाय के धार्मिक अधिकारों को मान्यता देने का प्रयास करता है, बल्कि उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए भी काम करता है…!

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