!! 🚩श्रुतम्-1564🚩 !!
युगाब्द ५१२६ वि.सं २०८१ फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष षष्ठी मंगलवार 18 फरवरी 2025 आज का दिन आप सभी के लिए सुखमय मंगलमय हो…!🕉
भारत की महान् सांस्कृतिक परंपराएं एवं विरासत – 24
भारत में अखाड़ों का इतिहास और संरचना – 6
- पंचाग्नि अखाड़ाः माना जाता है कि इसकी स्थापना 1136 ई. में हुई थी, इनकी देवी गायत्री हैं और इनका मुख्य केंद्र काशी है, इसके सदस्यों में चारों पीठों के शंकराचार्य, ब्रह्मचारी, साधु और महामंडलेश्वर शामिल हैं, परंपरागत रूप से इसकी शाखाएँ प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और त्र्यंबकेश्वर में हैं…!
- नागपंथी गोरखनाथ अखाड़ाः गोरखपंथियों के अनुसार इस अखाड़े की स्थापना 866 ई. में अहिल्या और गोदावरी नदियों के संगम पर हुई थी, इसके संस्थापक पीर शिवनाथजी हैं और उनके मुख्य देवता गोरखनाथ हैं, इस संप्रदाय को योगिनी कौल के नाम से जाना जाता है और उनकी त्र्यंबकेश्वर शाखा को त्र्यंबकमथिका के नाम से जाना जाता है…!
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