NEWS: भास्कर न्यूज: बूंदी श्रृंग महिला मंडल की ओर से पांच दिवसीय श्रीनानीबाई का मायरा 17 मई 2025 शनिवार को प्रारम्भ हुई, कथा वाचन के शुभारम्भ से पहले सिखवाल समाज महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली, शोभायात्रा में महिलाएं सज-धजकर शामिल हुईं और मंगल गीत गाते हुए तिलक चौक स्थित चारभुजा मंदिर से शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई सदर बाजार स्थित श्रृंग ऋषि भवन पहुंची । शोभायात्रा के दौरान भजनों पर महिलाओं, पुरुषों तथा युवक-युवतियों ने श्रद्धा में भावविभोर होकर नृत्य भी किया, मुख्य यजमान आदरणीय लोकेशजी सुखवाल सपरिवार सिर पर धार्मिक ग्रन्थ धारण कर यात्रा में शामिल हुए…!
कार्यक्रम के मुख्य यजमान आदरणीय लोकेशजी सुखवाल तथा सह जजमान श्री सुनील जी सुखवाल ने विधिवत पूजा-अर्चना कर सुप्रसिद्ध कथा वाचक समाज गौरव आदरणीय गोपालकृष्ण शास्त्री जी के मुखारविंद से संगीतमय कथा का श्रद्धालुओं को रसापान करते हुए सार समझाया, महाराज श्री ने कहा कि जो व्यक्ति कथा सुनता है, उसका जीवन कल्याण की ओर कदम बढ़ाता है, इसलिए मानवमात्र को समय निकालकर कथा को सुनने जरूर आना चाहिए, भगवान् के गुणगान तथा कथा सुनने से इंसान के मन में सकारात्मक भाव उत्पन्न होते हैं तथा उन पर भगवान की असीम कृपा बरसती है…!
नरसी मेहता की अटूट भक्ति से भगवान हुए प्रसन्न: व्यास पीठ पर विराजमान कथा वाचक श्री गोपालकृष्ण महाराज जी ने बताया कि नरसीजी महाराज पूर्व जन्म में गूंगे और बहरे थे, संतों की कृपा से उन्हें वाणी और श्रवण शक्ति प्राप्त हुई, उन्होंने भगवान शंकर की स्तुति की, जिससे भोलेनाथ प्रसन्न हुए तथा नरसीजी को गोलोक में दिव्य रस के दर्शन कराए…!
कथा में गाय-गंगा-गीत का वर्णन करते हुए गोपालकृष्ण महाराज ने कहा कि नरसीजी के जीवन में भक्ति अटूट थी, भगवान श्रीद्वारकाधीश ने उनके खजाने में करोड़ों रुपए रखवा दिए, फिर भी नरसीजी ने सुख-संपत्ति त्याग कर पुनः संत बन गए, आचार्य श्री ने कहा कि इंसान जितना ज्यादा भगवान की भक्ति में लीन रहेगा, उसको उतना ही सुख प्राप्त होते रहेगा, सुख-संपत्ति प्राप्त होने के के बाद इस बात का ध्यान रखें की कभी अहंकार की भावना नहीं आणि चाहिए अन्यथा सब कुछ समाप्त होते भी देर नहीं लगती, कार्यक्रम यजमान श्री सुनीलजी सुखवाल, महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती मंजू जी श्रृंगी, शशिकला जी श्रृंगी, पंचायत अध्यक्ष रमाकांत जी श्रृंगी, श्रृंगेश्वर समिति अध्यक्ष श्री रामकरण जी श्रृंगी, जिलाध्यक्ष श्री सत्यप्रकाश जी श्रृंगी, महिला जिलाध्यक्षश्रीमती साधना जी श्रृंगी, श्रीमती कीर्ति जी सुखवाल, श्रीमती संयोगिता जी, श्रीमती मीनाक्षी जी, श्रीमती प्रीती जी, श्रीमती कृष्णा जी तथा हजारों की संख्या में स्थानीय तथा बाहर से पधारे हुए श्रृंगी वंशजो तथा भक्तगणों ने सुमुधर कथा का रसपान कर धर्मलाभ प्राप्त किया…!
सिखवाल समाचार परिवार की और से आयोजक प्रायोजक कथावाचक तथा पस्पर सहयोग करने वाले सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को जिन्होने कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपने तन-मन-धन की आहुतियाँ दी सभी को कोटि-कोटि साधुवाद, ऋषीराज महर्षि श्रृंग एवं माता शांता आप सभी के भण्डार सदैव भरे रखें तथा भविष्य में भी ऐसे धार्मिक आयोजन कर समाज को संगठित करने का कार्य करते रहें…!