NEWS: धुलिया 10 जुलाई 2025 सिखवाल ब्राह्मण समाज धुलिया के तत्वावधान में श्री श्रृंग ऋषि गुरुदेव जयंती महोत्सव अत्यंत श्रद्धा, उत्साह एवं गरिमापूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ, यह आयोजन स्थानीय नक्षत्र लॉन में ऋषि श्रृंग वंशज समाज बंधुओं की उपस्थिति में बड़े ही भव्य रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 3:00 बजे समाज के सभी मान्यवरों के स्वागत समारोह से हुई, तत्पश्चात दोपहर 4:00 बजे डीजे व सुसज्जित बग्गी के साथ श्री गुरुदेव की भव्य मिरवणूक निकाली गई, बग्गी में विराजमान श्री गुरुदेव ऋषि श्रृंग एवं माता शांता की प्रतिमा के समक्ष भक्तगणों ने जयघोष करते हुए अपनी श्रद्धा अर्पित की डीजे साऊंड और भक्तिमय वातावरण ने महोत्सव को धर्ममय कर दिया।
श्री गुरुदेव की आरती का आयोजन शाम को विधिवत रूप से सम्पन्न हुआ, इसके बाद पारंपरिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ, जिसमें समाज के युवाओं, महिलाओं और बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
पारंपरिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम पश्चात महाप्रसादी का आयोजन किया गया, सभी श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से प्रसाद ग्रहण किया, कार्यक्रम के दौरान ड्रेस कोड का विशेष ध्यान रखा गया, सभी पुरुष सफेद पोशाक में और महिलाएं पारंपरिक चुनरी की साड़ी में उपस्थित रहीं, जिससे कार्यक्रम में सांस्कृतिक एकरूपता दिखाई दी ।
श्री सोनूभाई व्यास, अध्यक्ष, सिखवाल ब्राह्मण समाज धुलिया के मार्गदर्शन और अनुभव के चलते संपूर्ण आयोजन सुनियोजित और अनुशासित रूप में सम्पन्न हुआ, श्री जीतूभाई तिवारी उपाध्यक्ष सिखवाल ब्राह्मण समाज धुलिया उन्होंने आयोजन की रूपरेखा तय कर उसे क्रियान्वयन एवं विभिन्न व्यवस्थाओं के समन्वय रूप देने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समाज के सभी मान्यवरगण एवं कार्यकर्ता की संगठन क्षमता और सक्रिय सहभागिता सराहनीय रही, इस आयोजन की सफलता का श्रेय समाज के समर्पित कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ मान्यवरों को भी जाता है, जिनकी निःस्वार्थ सेवा, परिश्रम और सहयोग से यह पर्व एक ऐतिहासिक और स्मरणीय रूप में सम्पन्न हुआ ।
इस समारोह की सफलता में सिखवाल समाज के समस्त सदस्यों, महिला मंडल, युवावर्ग एवं बच्चों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे आयोजन को सामाजिक एकता और पारिवारिक भाव का सशक्त स्वरूप मिला।
अंत में सभी श्रद्धालुओं ने गुरुदेव के श्रीचरणों में नमन करते हुए मंगलमयी भविष्य की कामना की, श्री श्रृंग ऋषि गुरुदेव की कृपा सभी पर बनी रहे इसी भावना के साथ यह दिव्य आयोजन श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक समरसता के साथ सम्पन्न हुआ ।

