KHANA KHAZANA:
कैर, कुमटिया, सांगरी, काचर बोर मतीर,
तीनूं लोकां नह मिलै, तरसै देव अखीर…,
सट रस भोजन सीत में, पाचण राखै खैर,
पान नहीं पर कल्पतरु, किण विध भुलाँ कैर…,
जी हाँ, कैर, कुमटिया, सांगरी, काचरी, बोर और मतीरे राजस्थान को छोड़कर तीनों लोकों में दुर्लभ है, इनके स्वाद के लिए तो देवता भी तरसते रहते है…!
छ: रसों वाला भोजन जो अच्छी तरह से पच जाता है, उस कैर, सांगरी के औषधीय गुणों को किस प्रकार भुलाया जा सकता है, जो कि कल्पतरु के समान है…!
शीतलाष्टमी के ठंडे भोजन की तैयारी के लिए पचकुटा यानी कैर कुमटिया सांगरी गूंदा साबुत अमचूर और सूखी लालमिर्च…,
केर सांगरी की सब्जी और पंचकुटा:-
केर सांगरी और कुमटिया की तुलना सूखे मेवों से की जाती है, क्यूँकि इन्हें भी सूखा कर उपयोग किया जाता है, “केर” का पौधा काँटों वाला होता है, केर स्वाद मे कड़वा होता है, जिसे नमक के पानी में भिगोने से उसका कड़वापन निकल जाता है, फिरे उसे सुखाया जाता है और वर्ष भर सब्जी या अचार के रूप में उपयोग में लाया जाता है…!
“सांगरी” की फली खेजड़ी के पेड़ पर लगती है, हरी कच्ची फलियों को तोड़ कर उबाल कर सुखा लिया जाता है, जिसकी सब्जी बनाई जाती है, पकने के बाद यह पेड़ से गिर जाती हैं, जिन्हें “खोखा” के नाम से जाना जाता है…!
पचकूटे की सब्जी की सामग्री…,
- केर
- सांगरी
- कुमटिये
- गुंदे (लसोड़े)
- अमचूर (कुछ लोग किसमिस मिलाकर भी बनाते है,
इसे ही पचकूटे की सब्जी के नाम से जाना जाता है, यह पेट के लिए बहुत लाभदायक सब्जी
होती है, यह सब्जी जल्दी खराब नहीं होती हैं, इसीलिए इसे शीतला सप्तमी (बासोड़ा) या अन्य प्रसंग जैसे लंबी दूरी की यात्रा के समय मैं बनाते है, इसकी विशेषता यह हैं कि यह 8 से 10 दिन तक भी खराब नही होती, एक तरह से अचार का काम करती है…!
केर सांगरी की सब्जी बनाने की सामग्री:-
सांगरी: 400 ग्राम
कैर: 120 ग्राम कुमटिया: 60 ग्राम
गूंदे: 60 ग्राम साबुत अमचूर: 5/6 टुकड़े सुखी लाल मिर्ची: 4 नग
अमचूर पाउडर: 3 चम्मच
लालमिर्च पाउडर: 3 चम्मच
धनिया पाउडर: 3 चम्मच
गर्म मसाला: 1 चम्मच
हल्दी: 1 चम्मच
राई: 1/2 चम्मच
जीरा: 1/2 चम्मच
हींग: 1/2 चम्मच
नमक: स्वादानुसार
सरसों का तेल: 4/5 चम्मच
केर सांगरी की सब्जी बनाने की विधि:-
- सभी को सुबह अछि तरह 3 से 4 बार पानी से धो ले,
- सांगरी, कुमटिया, गूंदे, साबुत अमचूर व साबुत लाल मिर्च को साथ में एक अलग बर्तन में पानी में भीगों दें,
- सुबह इन्हें छलनी में डालकर पानी निकाल दें,
- कुकर में दो गिलास पानी डाले, अब इसमें भीगी हुई कैर, सांगरी, साबुत, अमचूर, साबुत लालमिर्च व 1/4 चम्मच हल्दी डालकर कुकर मैं डाले,
- कुकर की एक सिटी होने के बाद धीमी आंच पर करीब 10 मिनिट और पकने दें, गैस बंद कर दें,
- कुकर ठंडा होने पर खोलें और छलनी में डालकर सारा पानी निकाल दें, अच्छे से धो लें,
- इसमें लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर और नमक डालकर मिला दें,
- कढ़ाई में तेल गरम करें राई, जीरे व हींग का तड़का लगायें,
- उबाली हुए सभी सामग्री बघार मे डाल दें,
- दो तीन चम्मच पानी डालकर ढक्कन लगाकर धीमी आँच पर पकने दें,
- सब्जी का सारा पानी सूख जायेगा व तेल अलग होने तक पकाये,
- गरम मसाला, अमचूर पाउडर और थोड़ी सी चीनी डालकर मिला दें, गैस बन्द कर दें…!
विशेष ध्यान दे: सांगरी पतली होनी चाहिए, बहुत मोटी नहीं होनी चाहिए, अच्छी तरह साफ करे, छोटे केर ही अच्छे होते है, केर का आकार कालीमिर्च से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए, मोटे कैर नहीं लेने चाहिए…!
तस्वीर सोशल मीडिया कुकिंग पेज से ली गई है…!