!! 🚩 श्रुतम्-1553 🚩 !!
युगाब्द ५१२६ वि.सं २०८१ माघ मास शुक्ल पक्ष दशमी शुक्रवार 7 फरवरी 2025 आज का दिन आप सभी के लिए सुखमय मंगलमय हो…!🕉
भारत की महान् सांस्कृतिक परंपराएं एवं विरासत – 13
महाकुंभ-आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता की यात्रा – 13
कुंभ मेले के तीन प्रकार
कुंभ मेला अपने आध्यात्मिक सार में एकीकृत होने के उपरांत, तीन अलग-अलग रूपों में प्रकट होता है, जिनमें से प्रत्येक का पैमाना, महत्व और आवृत्ति अलग-अलग होती है…!
ये विविधताएँ अर्ध-कुंभ, कुम्भ, पूर्ण-कुंभ और महा-कुंभ खगोलीय संरेखण और पौराणिक परंपराओं द्वारा निर्धारित की जाती हैं, जो हिंदू धर्म के समृद्ध ज्योतिषीय ज्ञान और सांस्कृतिक गूढ़ अर्थ को दर्शाती हैं…!
प्रस्तुत श्रृंखला इन तीन प्रकार की सभाओं के बीच के अंतरों पर गहराई से चर्चा करता है, उनकी अनूठी विशेषताओं और आध्यात्मिक महत्व की खोज करता है…!
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