!! 🚩श्रुतम्-1545🚩 !!
युगाब्द ५१२६ वि.सं २०८१ माघ मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा गुरुवार 30 जनवरी 2025 आज का दिन आप सभी के लिए सुखमय मंगलमय हो…!🕉
भारत की महान् सांस्कृतिक परंपराएं एवं विरासत-5
महाकुंभ-आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता की यात्रा – 5
प्रस्तुत श्रुतम् श्रृंखला का उद्देश्य कुंभ मेले के बहुआयामी पक्षों को समझना है, इसके ऐतिहासिक और पौराणिक मूल से लेकर इसके सांस्कृतिक महत्त्व और इस तरह के विशाल आयोजन की मेजबानी में शामिल महत्त्वपूर्ण तैयारियों तक की जानकारी कराना हैं …!
प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, इसके महत्त्व, करोड़ों तीर्थयात्रियों के प्रबंधन की रसद और आध्यात्मिक सार की खोज की जाएगी, जो इसे एक अद्वितीय पर्व बनाते हैं, इस अन्वेषण के माध्यम से हम कुंभ मेले की कालातीत प्रासंगिकता को उजागर कर रहे हैं, जो आध्यात्मिक उत्थान और ब्रह्मांडीय संबंध के लिए मानवता की खोज का एक जीवंत प्रमाण है…!
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