!! 🚩श्रुतम्-1549🚩 !!
युगाब्द ५१२६ वि.सं २०८१ माघ मास शुक्ल पक्ष षष्ठी सोमवार 3 फरवरी 2025 आज का दिन आप सभी के लिए सुखमय मंगलमय हो…!🕉
भारत की महान् सांस्कृतिक परंपराएं एवं विरासत – 9
महाकुंभ-आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता की यात्रा – 9
हरिद्वार: दिव्यता का प्रवेशद्वारः
पवित्र गंगा नदी के तट पर बसा हरिद्वार जिसका अर्थ है “ईश्वर का प्रवेश द्वार” भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक है, यहीं से गंगा हिमालय से निकलती है तथा मैदानी इलाकों से होते हुए अपनी यात्रा प्रारंभ करती है और इस भूमि और इसके लोगों को आशीर्वाद देती है।
हिंदू ब्रह्मांड विज्ञान में हरिद्वार को एक तीर्थ माना जाता है, सांसारिक और दिव्य के बीच एक “क्रॉसिंग पॉइंट” कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार के घाट (स्नान की सीढ़ियाँ) विशेष रूप से हर की पौड़ी भक्ति के सागर में बदल जाती हैं, क्योंकि तीर्थयात्री अपने पापों को धोने और आध्यात्मिक मुक्ति (मोक्ष) पाने के लिए पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार हरिद्वार उन स्थानों में से एक है जहाँ अमरता के पवित्र अमृत की बूँदें गिरी थीं, जिसने शहर को अनंत काल के लिए पवित्र बना दिया…!
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