NEWS: अत्यंत ही हर्ष के साथ सूचित किया जाता हैं की अखिल भारतवर्षीय सिखवाल ब्राहमण महासभा पुष्कर युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्री श्यामसुंदर तिवारी (सरपंच संघ प्रदेश उपाध्यक्ष राजस्थान सरकार) सुपुत्र: श्रीमती श्री विमला देवी स्व. श्री तुलसीराम जी तिवाड़ी मूंगदड़ा निवासी द्वारा ऋषि श्रृंग मंदिर पुष्कर धर्मशाला के पिछले भाग के भूतल के नवनिर्माण हेतु 31 मई 2025 को धर्मशाला जीर्णोद्धार कार्यक्रम के स्वागत समारोह में 1100000/- (अक्षरे ग्यारह लाख) रुपये की अकस्मात घोषणा कर सकल समाज को हतप्रभ कर दिया, दूरभाष पर हुई वार्ता पर अनुज श्याम सुंदर ने बताया की यदि भूतल निर्माण में ग्यारह लाख की राशि कम पड़ने पर अतिरिक्त राशि का भुगतान भी किया जायेगा, महासभा महामंत्री मेड़ता निवासी आदरणीय मच्छराज जी सिखवाल को अपना प्रेरणा स्त्रोत बताते हुए श्याम तिवारी ने कहा की उनकी सामाजिक सेवा तथा पारदर्शी कार्यशेली से प्रेरित एवं प्रभावित होकर उन्होंने समाजहित में यह निर्णय लिया…!
सिखवाल समाचार परिवार ऐसे भामाशाहों का ह्रदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हैं…!
जननी जने तो संत जने या दाता या शूर l
नहीं तो जननी बांझ रहे काहे गवायें नूर ll
भावार्थ:- कोई भी मां ऐसा पुत्र जन्म दे या तो वह संत हो या फिर दाता हो दान देने वाला अथवा शूरवीर हो जो देश की रक्षा कर सकें, धर्म की रक्षा कर सकें, समाज हित में काम कर सकें, वरना जननी माँ बाँझ बिना संतान की ही ठीक है, अपनी सुंदरता क्यो गंवाये और इतना कष्ट क्यों सहे…!
भाग्यनगर हैदराबाद निवासी आदरणीय भंवरलाल जी उपाध्याय (RBI) की एक सुंदर कविता हैं की,
खाली बातां सुं पेट नहीं भरीजे,
भूखों पतिजे धाया सुं…!
घोषणाएं करने का माहौल बनाना और घोषणा करना दोनों में अंतर होता हैं…!
कौन कहता हैं की आसमां में छेद नहीं होता l
एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों ll
सुरेश कुमार व्यास “जानम”
सिखवाल समाचार